मोदी ने मारा छक्का …ना ना अट्ठा
वाह वाह …चौका ..नहीं नहीं छक्का ..नहीं नहीं अट्ठा …नहीं नहीं बॉल ही स्टेडियम के बाहर । अब ढूँढने वाले ढूँढते रहो कि कहाँ गई बॉल । …बधाई मोदी जी बधाई । सचमुच मान गए आपको । पाँच सौ और हज़ार का नोट क्या बंद किया आपने तो एक ही झटके में काली कमाई वालों का बैंड बजा दिया । क्या हुआ जो आप अभी तक विदेशो में जमा काला धन नहीं ला सके ? आपके इस काम से ही मुल्क के ईमानदार और मेहनतकश आम आदमी का दिल गार्डन गार्डन है । सच कहूँ तो आप पर वारी जाने को अपना भी जी मचल रहा है । …..आपके सीने का साइज तो मैंने कभी नापा नहीं मगर मेरा अनुमान है कि वाक़ई छप्पन इंच से कम तो क़तई नहीं होगा …..मैं जानता हूँ कि आज रात में ही मोटी काली कमाई वाले एक चौथाई लोगों को दिल का दौरा पड़ जाएगा और और ना जाने कितने छतों से कूद कर जान दे देंगे । सल्फ़ास खाने वालों की भी अलग से गिनती करनी पड़ेगी । …असली मज़ा तो राजनेताओं और अफ़सरों की सूरत देखने में आएगा । तीन चौथाई काला धन तो इन्ही के पास है । नम्बर दो का काम करने वालों की तोंदों के साइज़ भी रातों रात घटेंगे ।….अज़ी क्या हुआ जो मुल्क में थोड़ा बहुत कोहराम मचा तो ..क्या हुआ जो दो चार लाख लोग सड़क पर आ भी जाएँ तो ….अरे साहब मुल्क तो आगे बढ़ेगा । …बहुत ख़ूब…. सचमुच हुण ख़ूब तमाशा होवेगा , कोई हस्सेगा कोई रोवेगा । …बधाई मोदी जी बधाई । इस धुर आलोचक का भी सलाम क़बूल कीजिए।