बात निकलेगी तो…

रवि अरोड़ाकई साल पहले अजमेर शरीफ यानी मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह पर जाना हुआ था । पूरा बाजार हिंदुओं की दुकानों और होटलों से पटा हुआ मिला था । दरगाह पर लगी भारी भीड़ भी दो तिहाई हिन्दुओं की ही…

नायकों के चुनाव की भूल भुलैया

रवि अरोड़ाइस बार दीपावली रणथंबोर नेशनल पार्क में मनाई। जाहिरा तौर पर तो खुले जंगल में बाघों को विचरण करते देखने गया था मगर आंखें वहां उस काले हिरण को भी ढूंढ रही थीं जो देश के मानस पर आजकल…

सिर्फ बोल गंगा मैया की जय

रवि अरोड़ागुरुवार का दिन था और मैं हापुड़ की ओर जा रहा था । छिज़ारसी टोल प्लाज़ा पर गाड़ियों की इतनी लम्बी कतार थी, जैसी पहले कभी नहीं देखी थी। पता चला कि वाहनों की ये रेलम पेल गंगा स्नान…

योर बॉडी माई चॉइस का नया संस्करण

रवि अरोड़ाबेशक उत्तर प्रदेश और अमेरिका में किसी किस्म की कोई समानता नहीं है मगर हाल ही में दोनों जगह कुछ ऐसा हुआ है कि भौगोलिक रूप से बेहद दूर इन क्षेत्रों में भी एक अनजाना सा मेल उभर कर…

तुम्हारी यादें

सोते से जगाती हैं तुम्हारी यादझूठी कहानियां सुना करखुद को सुलाने का जतन करता हूं मैंझिंझोड़ कर फिर उठा देती है तुम्हारी यादमुझ से पहले कार में आ बैठती हैं तुम्हारी यादउसे जबरन उतारने के जतन मेंछिल जाता है मेरा…

टूटता कनेडे जाने का सपना

रवि अरोड़ाभारत और कनाडा के बीच दिन प्रति दिन खराब होते जा रहे संबंधों को हो सकता है आप कोई अच्छी खबर न मानते हों। मगर मेरी नजर में तो यह कोई घाटे का सौदा नहीं है। आतंकी निज्जर की…

मुड़ के खोती बूढ़ थल्ले

रवि अरोड़ालीजिए भारतीय राजनीति की गदहिया एक बार फिर घने बरगद के नीचे जाकर खड़ी होने की जुगत में लग गई है । हर बार ऐसा ही तो होता है । जब जब जनता इस गधी को अपने जरूरी मुद्दों…

दिन आए राग पराली के

रवि अरोड़ाविगत शनिवार को देहरादून से लौट रहा था । रात का समय था । रास्ते में अनेक जगह खेतों से धुआं उठता दिखाई दिया । जाहिर है कि इन खेतों में पराली जलाई जा रही थी । चूंकि पराली…

जाकिर नाइक से जाहिल नाइक तक का सफर

रवि अरोड़ापड़ोसी मुल्क पाकिस्तान को लेकर आम तौर पर हम सबकी राय अच्छी नहीं रहती । आतंकवाद का निर्यातक यह देश बेशक आज गरीबी, महंगाई, बेरोजगारी और राजनीतिक अस्थिरता के जाल में है मगर फिर भी आए दिन कोई न…

बुरी बला तो नहीं था कुट्टू का आटा

रवि अरोड़ाइन दिनों देश भर में नवरात्रि के त्यौहार की धूम है। यही वे दिन हैं जब मां भगवती को प्रसन्न करने के लिए करोड़ों लोग उपवास रखते हैं। कोई एक दिन का व्रती है तो कोई दो दिन का…